आधयात्मिक मूल्यों के लिए समर्पित सामाजिक सरोकारों की साहित्यिक पत्रिका.

Monday, November 24, 2008

हिमवंत जी की टिप्पणी

पिछले चिठ्हे पर आई भाई हिमवंत जी की टिप्पणी मे उन्होने एक सुंदर सुझाव दिया है कि :
1। सकाम तथा निष्काम भाव से प्रार्थना करने में क्या अंतर है।?....
2। तथा क्या मन्नत मनौती माँगना उचित है ?
इन बिंदुओं पर चर्चा की जाए... उनके सुझाव पर उनको साधुवाद देते हुए में आप सभी से इस विषय पर आपके विचार आमंत्रित करता हूं ...

2 comments:

Manav Manch said...

Namaskar
blog padkar khusi hui '
apka prayas sarahniya hai,
SANATAN DHARMA ke mulyon ko sahajta
se prastut karna ,ek gunivyakti hi kar sakta hai.
JAI HIND

Rudra Computer Education said...

धन्यबाद सन्जय जी अछा प्रयास कर रहे है।