आधयात्मिक मूल्यों के लिए समर्पित सामाजिक सरोकारों की साहित्यिक पत्रिका.

Friday, March 27, 2009

घर में वास्तु

स्वाध्याय या अध्ययन

कक्ष वास्तु के अनुसार वायव्य, नैरित्य कोण और पश्चिम दिशा के मध्य स्वाध्याय कक्ष बनाना उचित है। ईशान कोण में पूर्व दिशा में पूजा गृह के साथ अध्ययन कक्ष बनाना सर्वोत्तम है।

शौचालय

वास्तु के अनुसार शौचालय हेतु नैर्)त्य कोण व दक्षिण दिशा के मध्य या नैर्)त्य कोण व पश्चिम दिशा के मध्य स्थान सर्वाधिक उपयुक्त है। शौचालय में सीट इस प्रकार होनी चाहिए कि उस पर बैठते समय आपका मुख दक्षिण या पश्चिम की ओर हो। शौचालय में एग्जास्ट फैन की स्थिति उत्तरी या पूर्वी दीवार पर लगाएँ। पानी का बहाव उत्तर-पूर्व में रखें। उत्तरी व पूर्वी दीवार क साथ शौचालय न बनाएँ।

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