आधयात्मिक मूल्यों के लिए समर्पित सामाजिक सरोकारों की साहित्यिक पत्रिका.

Thursday, October 30, 2008

महाराज जी द्वारा विरचित भागवत रुद्र संदेश

जैसे पानी से लहर पैदा होती है, पर अलग दिखती है। ऐसे ही जगत परमात्मा से उत्पन्न होकर दिखता है।...............विस्तृत देखें http://bhagawat-katha.blogspot.com/

'मैं' कौन हूँ, इसको जानने के लिए, पहले जानो कि मुझे क्या करना है? ...............विस्तृत देखें http://bhagawat-katha.blogspot.com/

अपने-अपने कर्त्तव्य को पकड़ लें तो भगवान तो दूर हैं ही नहीं।...............विस्तृत देखें http://bhagawat-katha.blogspot.com/

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