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Sunday, July 6, 2008

बाइबल में गुरु का ज़िक्र


बाइबिल धर्मशास्त्र में गुरु के लिए rabbi शब्द का प्रयोग किया गया है। इब्रानी भाषा के इस शब्द का अर्थ है- मेरे शिक्षक या मेरा स्वामी। द्वितीय शताब्दी ई० पू० तक यह शिक्षक हेतु इस्तेमाल किया जाने लगा। नये नियम में यह शब्द योहन बपतिस्मादाता के लिए भी कहा गया है। यूनानी भाषा में didaskalos शब्द का उपयोग किया गया है, जो रब्बी के समानान्तर है। प्रभु यीशु मसीह के लिए रब्बूनी शब्द का इस्तेमाल मर. 1०:५१ में अंधे बरतिमाई ने किया है। "हे गुरु! मैं देखने लगूं।'' और वह देखने लगा तथा मरियम ने यूहन्ना 10:26 में यीशु को पहचानते हुए कहा "रब्बूनी'' अर्थात गुरु। यहूदी व्यवस्था में रब्बी (guru) पाठशालाएं होती थीं। प्रत्येक बालक १२ वर्ष का होकर इन पाठशालाओं में यहूदी व्यवस्था का पाठ "शेमा'' सीखा करता था। इसके लिए उसे जमीन पर बैठकर गुरु के सामने सीखना होता था। बारह वर्ष तक गुरु का दायित्व परिवार के पिता का होता था जो बालक को परमेश्वर की दया, करुणा तथा मिस्र से इजराइलियों के छुटकारे की घटना का वर्णन करता था। बाइबिल के नए नियम में प्रभु यीशुमसीह को लगभग १२ संदर्भों में गुरु एवं उत्तम गुरु संबोधनों से पुकारा गया है। गुरु शब्द की अवधारणा को प्रभु यीशुमसीह ने अपने जीवन एवं कार्य के द्वारा अक्षरशः प्रगट किया है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण यूहन्ना रचित सुसमाचार के अध्याय १३ में वर्णित है। जहां प्रभु यीशुमसीह ने अंतिम भोज के समय अपने १२ शिष्यों के पैर धोये तथा उन्हें महान आदेश एवं शिक्षा प्रदान की। विश्व में गुरु शिष्य का ऐसा उदाहरण कहीं नहीं पाया जाता। वर्तमान परिदृश्य इन सभी शिक्षाओं को भूल गया है। न केवल तथाकथित गुरुओं ने वरन्‌ शिष्यों ने भी इस पवित्र रिश्ते को कलुषित किया है। आवश्यकता यह है कि हम संभल जाएं तथा जो हमारी वास्तविक संस्कृति है, उसे धरोहर स्वरूप संभालकर रखें। प्रार्थनाओं सहित!!!!http://ruragiriji.net

1 comment:

Anonymous said...

Are wah yahan to chritianity ke vichaar diye hain kya aur bhi religions se articles aate hain is patrika mein? Pls agar ho to yahan publish karen.ITS DIFFERENT.