आधयात्मिक मूल्यों के लिए समर्पित सामाजिक सरोकारों की साहित्यिक पत्रिका.

Monday, November 16, 2009

किसको कौन सा नरक?

, लड़के की बलि चढ़ाते हैं, लड़की की बलि चढ़ाते हैं, उनको प्राणरोध नर्क में यम के दूत कठिन कष्ट देते हैं। जो कोई किसी के घर में आग लगाए, जहर दे दे या चोरी करे उसको सारमेयादन नर्क में सात सौ बीस यम के दूत कुत्ते बन कर काटते हैं। परीक्षित, जो पुरूष किसी की गवाही देने में, व्यापार में या दान के समय झूठ बोले वो मरने के बाद अवीचिमान नर्क में पड़ता है, ऊँचे पहाड़ से नीचे गिराया जाता है। परीक्षित, जो मनुष्य ऊँचे वर्ण का हो बा्रह्मण हो, क्षत्रिय हो, वैश्य हो- कुत्ता पाले, गधा पाले, मछली पाले, सूअर, मुर्गा पाले प्राणरोध नर्क में यम के दूत उसको बाणों से बींधते हैं। जो शौच, आचार के नियमों का पालन नहीं करता उसको पुयोद नर्क में जो पीब, विष्टा, कफ और मल से भरा समुद्र है, उसमें डाल दिया जाता है। इसलिए मनुष्य को शौच के नियम का विशेष पालन करना चाहिए। शु(ि को शौच करे, हाथ ढंग से धोए, दातून करे, आठ बार हलक तक उंगली डाल कर कुल्ला करे, नहाए। नहाए लेकिन धुले हुए कपड़े नहीं पहने ये भैंस का स्नान है, हाथी का स्नान है। क्योंकि हाथी और भैंस नहाकर के कीच और धूल लपेटते हैं। इसलिए रोज खाना खाने से पहले नहाए। नहाए और धुले हुए कपड़े पहने लेकिन भजन नहीं करे ये वैश्या और भांड़ का स्नान है। वैश्या बौर भांड़ नहाते हैं, धोते हैं लेकिन भजन के लिए नहीं भोग के लिए। मलूक लगने के लिए। इसलिए नहाए, धोए, भजन करे और भजन करने के बाद में-

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